Moral Story and Inspiring Story We should not hurt anyone.
One day, an ant was going on the banks of river Ganges. A pigeon lived on a tree along the same river. That pigeon always hated the ant. He wanted to kill that ant someday. He was looking a chance.
One day when the ant was walking along the river, that pigeon pushed it into the river's water. He started drowning in ant water. Only then a husband of a tree comes out to save him. That ant somehow climbs on that leaf. When the leaf appears on the bank of the river, then the ant comes out of the water giving thanks.
The next day a hunter beside the river was in search of a bird. Suddenly, that hunter goes to that pigeon. The hunter is happy and wants to die with his arrow. That same ant was watching that hunter ant. Ants bite her leg even before her prey. The hunter loses his trail due to the pain. And the dove flies away from there.
From this story we have learned: - We should never think of anybody's bad and think.
I would like to request that you share this post.
हमें किसी का बुरा नहीं करना चाहिए.
एक दिन की बात है गंगा नदी के किनारे एक चींटी चलता जा रहा थी. उसी नदी के किनारे एक बृक्ष पर एक कबूतर रहता था. उस कबूतर को उस चींटी से हमेशा घृणा करता रहता था. वह चाहता था की किसी दिन उस चींटी को मार देंगे। वह मोके के तलाश में था.
एक दिन जब चींटी नदी के किनारे टहल रहा था तब उस कबूतर ने उसे नदी के पानी में धकेल दिया। वह चींटी पानी में डूबने लगी. तभी उसे बचने के लिए पेड़ का एक पती सामने आ जाता है. वह चींटी किसी तरह उस पत्ती पर चढ़ जाता है. जब वह पत्ती नदी के किनारे लगता है तब चींटी धन्यवाद देते हुए पानी से बाहर आ जाता है.
अगले दिन उसी नदी के किनारे एक शिकारी पक्षी के तलाश में था. अचानक उस शिकारी का नजर उस कबूतर पर जाता है. शिकारी खुश हो जाता है और उसे अपने तीर से मरना चाहता है. वही वह चींटी उस शिकारी को देख रहा था. चींटी उसके शिकार से पहले ही उसके पैर में काट लेता है. उस शिकारी को दर्द के कारण उसका निशान चूक जाता है. और कबूतर वहां से उड़ जाता है.
इस कहानी से हम सीखे:- हमें किसी का कभी भी बुरा नहीं करना और सोचना चाहिए।
मै आपको धन्यवाद देते हुए निवेदन करना चाहता हूँ की इस पोस्ट को शेयर करे.
One day, an ant was going on the banks of river Ganges. A pigeon lived on a tree along the same river. That pigeon always hated the ant. He wanted to kill that ant someday. He was looking a chance.
One day when the ant was walking along the river, that pigeon pushed it into the river's water. He started drowning in ant water. Only then a husband of a tree comes out to save him. That ant somehow climbs on that leaf. When the leaf appears on the bank of the river, then the ant comes out of the water giving thanks.
The next day a hunter beside the river was in search of a bird. Suddenly, that hunter goes to that pigeon. The hunter is happy and wants to die with his arrow. That same ant was watching that hunter ant. Ants bite her leg even before her prey. The hunter loses his trail due to the pain. And the dove flies away from there.
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हमें किसी का बुरा नहीं करना चाहिए.
एक दिन की बात है गंगा नदी के किनारे एक चींटी चलता जा रहा थी. उसी नदी के किनारे एक बृक्ष पर एक कबूतर रहता था. उस कबूतर को उस चींटी से हमेशा घृणा करता रहता था. वह चाहता था की किसी दिन उस चींटी को मार देंगे। वह मोके के तलाश में था.
एक दिन जब चींटी नदी के किनारे टहल रहा था तब उस कबूतर ने उसे नदी के पानी में धकेल दिया। वह चींटी पानी में डूबने लगी. तभी उसे बचने के लिए पेड़ का एक पती सामने आ जाता है. वह चींटी किसी तरह उस पत्ती पर चढ़ जाता है. जब वह पत्ती नदी के किनारे लगता है तब चींटी धन्यवाद देते हुए पानी से बाहर आ जाता है.
अगले दिन उसी नदी के किनारे एक शिकारी पक्षी के तलाश में था. अचानक उस शिकारी का नजर उस कबूतर पर जाता है. शिकारी खुश हो जाता है और उसे अपने तीर से मरना चाहता है. वही वह चींटी उस शिकारी को देख रहा था. चींटी उसके शिकार से पहले ही उसके पैर में काट लेता है. उस शिकारी को दर्द के कारण उसका निशान चूक जाता है. और कबूतर वहां से उड़ जाता है.
इस कहानी से हम सीखे:- हमें किसी का कभी भी बुरा नहीं करना और सोचना चाहिए।
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